The trumpet of peace and unity rose from Bhilai, Muslim society showed strong resolve against terrorism

भिलाई से उठा शांति और एकता का बिगुल, आतंक के खिलाफ मुस्लिम समाज ने दिखाया मजबूत इरादा

रायपुर। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई कायराना आतंकी घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस बर्बर हमले के खिलाफ देश ही नहीं, पूरी दुनिया पाकिस्तान और आतंक की कड़ी निंदा कर रही है। भारत के कोने-कोने से आवाज़ उठ रही है — अब और नहीं।

इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर ने भी एक सशक्त संदेश दिया। पावर हाउस चौक पर मुस्लिम समाज समेत सतनामी समाज और अन्य समुदायों के लोगों ने एकजुट होकर आतंक के खिलाफ मोर्चा संभाला। सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे, कैंडल मार्च निकाला और आतंकवादियों व पाकिस्तान का पुतला जलाकर अपना आक्रोश जताया। \’आतंकवाद मुर्दाबाद\’ और \’पाकिस्तान मुर्दाबाद\’ के नारों से चौक गूंज उठा।

रज़ा जामा मस्जिद के इमाम, मुफ्ती कलीम अशरफ कादरी ने कड़े शब्दों में कहा, \”जो लोग देश से गद्दारी करते हैं, इंसानियत का खून बहाते हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। ऐसे हैवानों को उनके अंजाम तक पहुंचाना ज़रूरी है।\”

भीड़ में एक ही मांग बार-बार गूंज रही थी — सेना को खुली छूट मिले, ताकि आतंक के इन पोषकों को उन्हीं की ज़मीन पर जवाब दिया जा सके।

इस प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत की आत्मा एक है — जब बात देश और इंसानियत की आती है, तो हर धर्म, हर जाति मिलकर एक आवाज़ बन जाती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *